Friday, January 11, 2013

आँधियां आयें तो टकराते चलो


आँधियां आयें तो टकराते चलो
मत डरो जायेंगी मुस्काते रहो

जिंदगी की जंग लड़नी है तुम्हें
जीतने के गीत बस गाते रहो

यह समय ना एक सा रहता कभी
खुद समझ औरों को समझाते रहो

रात दिन का क्रम सदा चलता रहा
चाँदनी से दिल को बहलाते रहो


सूर्य उगना है उगेगा ही प्रिये
प्रश्न कुछ क्षण और सुलझाते रहो

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