आँधियां आयें तो टकराते चलो
मत डरो जायेंगी मुस्काते रहो
जिंदगी की जंग लड़नी है तुम्हें
जीतने के गीत बस गाते रहो
यह समय ना एक सा रहता कभी
खुद समझ औरों को समझाते रहो
रात दिन का क्रम सदा चलता रहा
चाँदनी से दिल को बहलाते रहो
सूर्य उगना है उगेगा ही प्रिये
प्रश्न कुछ क्षण और सुलझाते रहो
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